अपने गुप्तांगों को स्वस्थ कैसे रखें

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About Dr. Nagender Kumar

Urologist, Sex counselor

“स्वास्थ्य की सभी समस्याओं का आपके लिंग पर प्रभाव पड़ता है,” यह कहना है डॉ स्टीवन लाम, एम. डी. का। डॉ लाम न्यू यॉर्क स्कूल ऑफ मेडिसिन में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और द हार्डनेस फ़ैक्टर: हाऊ टू अचीव यूअर बेस्ट हैल्थ एंड सेक्सुयल फिटनेस एट एनी एज के लेखक हैं।

 

डॉ लाम कहते हैं, “एक स्वस्थ 50 साल के आदमी का सेक्स प्रदर्शन 30 साल के ऐसे अनफिट आदमी से अच्छा हो सकता है जो धूम्रपान करता है और शराब पीता है”।

पत्थर जैसी सख्त कठोरता के लिए स्वस्थ रक्त प्रवाह बहुत महत्वपूर्ण होता है लेकिन अन्य मानसिक और मनोवैज्ञानिक कारक भी लिंग के कार्यकलापों में बहुत बड़ा रोल अदा करते हैं।

 

यदि आप काम के टेंशन से या पारिवारिक समस्याओं से तनावग्रस्त हैं, आपको डिप्रेशन है, शराब या ड्रग्स की लत लग गई है, या आपका वजन बहुत ज़्यादा है तो आपके पैरों के बीच में स्थित जादू की छड़ी अच्छे से काम नहीं कर पाती।

यदि आप अस्सी की उम्र पार कर चुके हैं तब भी आप सेक्स करना जारी रख सकते हैं – और इससे ज़्यादा भी खींच सकते हैं। आपको फिट होने के लिए इससे भी बड़े इनाम की शायद जरूरत नहीं होगी। अपने गुप्तांगों पर दया करें और फिट हो जाएँ।

 

1. पेट कम करें

स्वस्थ भोजन और नियमित व्यायाम से आप आदर्श वजन पाकर अपनी आंतों के चारों ओर की वसा कम कर सकते हैं। पेट की चर्बी टेस्टोस्टेरोन को ब्लॉक कर देती जो अन्यथा आपके लिए उपलब्ध होना चाहिए। इससे सेक्स प्रदर्शन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। मोटी आँतें पूरे स्वास्थ्य के लिए नुक्सानदेह होती है – जिसमें सेक्स स्वास्थ्य भी शामिल है।

आपका लिंग आपके हृदय और धमनियों के स्वास्थ्य का बैरोमीटर है। ये एक तरह की खतरे की घंटी है जो विपदा आने के पहले आपको सावधान कर देती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लिंग की धमनी हृदय की धमनी की तुलना में सँकरी होती है। यदि धमनियों में वसा और पपड़ी जमा होना शुरू हो जाते हैं तो इसका प्रभाव सबसे पहले लिंग पर दिखता है।

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2. धूम्रपान बंद कर दें

डॉ लाम बताते हैं, “धूम्रपान से आपकी रक्त धमनियाँ सिकुड़ जाती हैं जिससे वे प्रतिक्रिया कम कर देती हैं,”.

निकोटीन से लिंग में रक्त प्रवाह कम होता है और खड़ापन कमजोर हो जाता है। इससे धमनियों में प्लाक जमा होने लगती है और इसलिए धूम्रपान करने वाले लोगों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन (खड़े होने में समस्याएँ) होने की संभावना दोगुनी होती है।

(सिग्रेट छोड़ने में मदद चाहिए? हमेशा के लिए धूम्रपान कैसे छोड़ते हैं, इसके बारे में और जानें।)

 

3. रोज सुबह सैर पर जाएँ

जब आप एक्सर्साइज़ करते हैं तो रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है – खून एंडोथेलियल कोशिकाओं (रक्त नलिकाओं की अंदर की परत) में तेजी से बहने लगता है जिससे वे ज़्यादा नाइट्रिक ऑक्साइड बनाने लगती हैं। नाइट्रिक ऑक्साइड स्तंभन के लिए बेहद जरूरी रसायन है।

डॉ लाम कहते हैं कि “आदमी जितना स्वस्थ होता है, वह उतनी ही नाइट्रिक ऑक्साइड बनाता है, और उसका उतना ही कठोरता से खड़ा होता है।”

यही नहीं, ऐसा पाया गया है कि एक्सर्साइज़ का हल्के डिप्रेशन पर उतना ही प्रभाव पड़ता है जितना ध्यान लगाने से होता है। डिप्रेशन भी लिंग के प्रदर्शन पर बहुत नकारात्मक असर डालता है।

 

4. अपनी गोलियों की जाँच कराएँ

हर साल करीब 8,000 लोगों को अंडकोषों का कैंसर हो जाता है। इसमें अधिकतर 15 से 40 के बीच की उम्र के युवा लोग होते हैं। यदि यह जल्दी पकड़ में आ जाए तो 95 प्रतिशत मामलों में इसे ठीक किया जा सकता है।

लेकिन यदि इसका पता नहीं चले तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है। इसलिए अपनी गोलियों की माह में एक बार जाँच जरूर करें।

 

और ये रही Men’s Health पत्रिका के मूत्र-रोग सलाहकर डॉ लैरी लिपशुल्ट्ज़, एमडी, बेलर कॉलेज ऑफ मैडिसिन के चीफ़ ऑफ द डिविजन ऑफ मेल रीप्रोडक्टिव मेडिसिन की ओर से चरणबद्ध प्रक्रिया।

चरण 1। गुनगुने पानी से नहाएँ या शावर लें। गुनगुने पानी से मसल रिलैक्स हो जाती हैं जिससे अंडकोष ऊपर स्क्रोटम (अंडकोषों की थैली) में खिंच जाते हैं और आप उनकी ठीक से जाँच कर सकते हैं।

चरण 2। अपने स्क्रोटम को हथेली में पकड़ें। दोनों अंडकोषों को एक साथ महसूस करें। दोनों एक जैसे तो नहीं होंगे लेकिन उनके साइज़ में बहुत बड़ा फर्क नहीं होना चाहिए।

चरण 3। दोनों हाथों से दोनों अंडकोषों को सौम्यता से जाँचें। अपनी तर्जनी और बीच की उंगली को अंडकोष के नीचे और अंगूठे को उसके ऊपर रखें। अब अंडकोष को अपनी उँगलियों के बीच हल्के दबाव से लगभग 30 सेकंड तक घुमाएँ। किसी भी तरह की गाँठ या उठाव को महसूस करने की कोशिश करें। हर अंडकोष वैसा ही चिकना महसूस होना चाहिए जैसा छीला हुआ उबला अंडा लगता है।

यदि आपको लगता है कुछ गड़बड़ है तो घबराएँ नहीं। कई लोग दोनों अंडकोषों के पीछे स्थित नर्म एपीडिडायमीस नाम की नर्म ट्यूब को गठान मान बैठते हैं। यदि आपको समझ नहीं आए और आपको लगे कि और गठाने हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।

 

5. सोने जल्दी जाएँ

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन सुबह के समय अपने उच्चतम स्तर पर होता है। इसलिए ठीक से नींद न लेने या 7 घंटे से कम सोने से आपकी नींद की क्वालिटी पर प्रभाव पड़ सकता है और सेक्स स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।

यह ज्ञात है कि नींद की कमी कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती है और सेक्स समस्याओं एवं उच्च रक्तचाप, स्लीप एपनिया और मधुमेह का भी कारण होती हैं।

दिन में नींद आना पूरे देश में समस्या के रूप में उभरा है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में 8,000 व्यस्कों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि हर 5 में से 1 अमेरिकन आदमी को दीर्घकालिक उनींदेपन की शिकायत है।

 

6. मछली खाएँ

ओमेगा-3 फैटी एसिड डीएचए और ईपीए हृदय और लिंग दोनों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। लेकिन कुछ मछलियों में पाए जाने वाले पीसीबी और डायोक्सिन जैसे विषैले पदार्थ आपके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम कर सकते हैं और टेस्टोस्टेरोन भी घटा सकते हैं।

लार्ज ब्लूफिश, स्ट्राइप्ड बास और फार्म्ड सामन मछली खाने से बचें। पीसीबी और डायोक्सिन इन मछलियों की वसा कोशिकाओं में छोटी मछलियों जैसे वाइल्ड समान, स्किपजैक टूना, या सी-बास की तुलना में ज़्यादा इखट्ठे होते हैं।

 

7. सप्लिमेंट्स बीमा लें

यदि आप हर हफ्ते फैटी फिश की दो दिन खुराक नहीं ले पाते हैं तो रोज कुल 300 मिग्रा डीएचए और 400 मिग्रा ईपीए ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लिमेंट्स लें। ये एक तरह का स्वास्थ्य बीमा है।

रोज एंटीऑक्सीडेंट पिक्नोजीनोल (80 मिग्रा) और एल-आर्जिनीन (3 ग्राम) लें। इनसे आपकी एंडोथीलियम की सुरक्षा होगी और नाइट्रिक ऑक्साइड का उपयोग होगा।

 

8. शराब कम पिएँ

एक-आध ग्लास वाइन पीने से कामेच्छा बढ़ सकती है लेकिन यदि आप पूरी बॉटल गटक जाएंगे तो लिंग-मस्तिष्क संचार टूट जाएगा और खड़े होने की संभावना नगण्य हो जाएगी।

क्लीनिकल शोधों ने दर्शाया है कि एल्कोहल दिमाग पर एक तरह के डिप्रेसेंट के रूप में काम करता है जिससे सेक्स के बारे में चिंताएँ और संदेह थोड़े कम हो जाते हैं। लेकिन अत्यधिक मात्रा में लेने से उल्टा असर हो सकता है।

एक शोध में पाया गया कि 0.06 से 0.09 तक के ब्लड अल्कोहल कोन्सेंट्रेशन (बीएसी) वाले लोगों को हस्तमैथुन करते समय खड़ा करने में समस्याएँ आईं थीं। एक और शोध ने काम संकेतों के प्रति लिंग के फुलाव की माप की। जिन लोगों ने 2 घंटे पहले तक तीन या ज़्यादा पैग पिए थे, वे खड़ा नहीं कर सके। शराब के लंबे समय तक उपयोग से दिमाग और हॉरमोन्स में ऐसे बदलाव हो सकते हैं जो सेक्स क्रियाओं को दबा देते हैं। शराब की लत से गायनेकोंमास्टिया और लिंग तथा अंडकोषों का सिकुड़ना भी देखा गया है।

 

9. रिलैक्स करें

खास तौर पर पुरुषों में तनाव फ्लाइट-ओर-फाइट प्रभाव डाल सकता है।

और जब यह होता है तो आपका नर्वस सिस्टम शरीर में तनाव वाले हॉरमोन जैसे, एड्रेनलिन भर देता है। एड्रेनलिन से हृदय तेजी से धड़कने लगता है और आपकी रक्त धमनियाँ सिकुड़ जाती हैं और खून उन जगहों पर ज़्यादा भेजा जाने लगता है जहाँ उसकी विपदा से लड़ने के लिए सबसे ज़्यादा जरूरत है – आपके लिंग में नहीं, आपकी मसल्स में। और ऐसा नहीं है कि समस्या के लिए कोई अरजेंट तनाव होना चाहिए। लंबे समय तक हल्का तनाव, जैसे खराब बॉस, काम पूरा करने की डेडलाइन, और आर्थिक समस्याओं का डर स्तंभन तथा कामेच्छा पर बुरा असर डाल सकता है। सौभाग्य से एक्सर्साइज़, नींद और एक स्वस्थ डाइट लेकर आप तनाव की प्रतिक्रिया कम कर सकते हैं।

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