लिंग बड़ा करने के उपकरण
हर शरीर अलग होता है और उसके अपने गुण-धर्म होते हैं। अंतर जो भी हों, हम सभी यही चाहते हैं कि हमारा शरीर उत्तम हो और दूसरे लोग इसकी तारीफ करें। मानव शरीर के कुछ पहलू ऐसे होते हैं जो दूसरों को दिखाई तो नहीं देते लेकिन दुख का कारण बन जाते हैं। उदाहरण के लिए, पुरुष अधिकतर अपने लिंग के साइज़ को लेकर चिंतित रहते हैं।
यह विषय इतना नाजुक है कि इस बारे में अधिकतर पुरुष अपने डॉक्टर या दूसरों से सलाह लेने में हिचकते हैं। यही कारण है कि छोटे लिंग की समस्या समाज में नज़र नहीं आती लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। आंकड़ों के अनुसार पूरी खड़ी अवस्था में मानव लिंग का आकार औसतन 14 सेमी होता है। इसका अर्थ यह नहीं है कि हर पुरुष का लिंग 14 सेमी होगा। कुछ लोगों को 14 सेमी भी बहुत छोटा लग सकता है जबकि कई इसे ही अपना लक्ष्य मानते हैं।
सौभाग्य से अब आपको अपने शरीर की अनियमितताओं को लेकर चिंतित रहने की आवश्यकता नहीं है। लिंग को बिना ऑपरेशन के बड़ा किया जा सकता है, कम से कम ऑनलाइन विज्ञापन तो यही कहते हैं। क्या हमें वास्तव में इस बात पर भरोसा करना चाहिए कि जादुई कायपालट संभव है?
लिंग की शारीरिक बनावट
शरीर के हर दूसरे अंग की तरह ही हर पुरुष का लिंग अलग-अलग होता है। तथापि पुरुष जननांग की शारीरिक बनावट हर किसी में एक जैसी होती है।
लिंग एक बाह्य जननांग है जो दो प्रक्रियाओं में हिस्सा लेता है: मूत्रत्याग और संभोग प्रजनन।
लिंग के लंबे आकार के कारण यह नर आनुवांशिक सामग्री को स्त्री के शरीर में अंदर तक ले जाता है जिससे निषेचन और प्रजनन की प्रक्रियाएँ संभव हो पाती हैं।
लिंग कई हिस्सों से बना होता है:
- लिंग मुंड या ग्लान्स पेनिस: यह हिस्सा लिंग का छोर होता है। यह कॉर्पस स्पंजियोसम नामक उत्तकों की बाह्य बढ़त होती है। यह लिंग के डंडे की तुलना में नर्म होता है जिससे संभोग के दौरान महिला जननांगों में चोट नहीं लगती। शिश्नमुंड की सतह पर संवेदी अभिग्राहक होते हैं जिससे यह पुरुष शरीर का सबसे संवेदनशील अंग होता है। शिश्नमुंड के आधार की परिधि को कोरोना कहते हैं। यहीं पर कॉर्पस स्पंजियोसम और कॉर्पस कैवर्नोसा नमक निकाय मिलते हैं। अग्रत्वचा का बंध (फेरुनुलम) शिश्नमुंड के अंदर स्थित उत्तक होता है जो अग्रत्वचा को वर्नल म्यूकोसा से जोड़ता है;
- लिंग की काया: यह लिंग का सबसे बड़ा हिस्सा है जो संवेदनशील त्वचा से ढंका होता है। इस अंग में एक स्पंज जैसा उत्तक (कॉर्पस स्पंजियोसम) और दो कैवर्नस उत्तक (कॉर्पस कैवर्नोसा) होते हैं। कैवर्नस उत्तकों की खाली जगहों में स्तंभन के दौरान रक्त भर जाता है। एक बार यहाँ रक्त भर जाने पर लिंग सख्त हो जाता है तथा लंबाई और मोटाई में फैल जाता है। त्वचा लिंग के पूरी सतह को ढंकती है, और आगे जाकर शिश्नमुंड पर एक मोड़ बनाती है जिसे – अग्रत्वचा कहते हैं। अग्रत्वचा की म्यूकोसल सतह में विशेष ग्रंथियां होती हैं जो स्मेगमा नामक पदार्थ उत्पादित करती हैं जो चिकनाई उत्पन्न करता है। लिंग की त्वचा पर अत्यधिक मात्रा में नर्व-एंडिंग होती हैं और इसलिए यह बेहद संवेदनशील होता है।
- लिंग का आधार: लिंग का समीपस्थ हिस्सा होता है। यहीं पर कैवर्नस कयाएँ पेलविस की हड्डियों से जुड़ती हैं। इसमें ऐसी माँसपेशियाँ होती हैं जो स्तंभन के दौरान रक्त को लिंग से बाहर जाने से रोकती हैं। स्खलन हो जाने के बाद माँसपेशियाँ सिकुड़ जाती हैं और लिंग अपनी शिथिल अवस्था में वापस आ जाता है।
PRODUCT OVERVIEW
Product name: Xtra-Man Cream
Producing company: Presently unknown
Price per bottle: 1990.00₹ (Indian rupee) / Approximately $32.00
3rd party offers: Amazon (not available), GNC (not available)
क्या साइज़ महत्वपूर्ण होता है?
लिंग आम तौर पर बेलनकार और थोड़ा मुड़ा हुआ होता है। एक सीधा लिंग बिरले ही देखने मिलता है: एक नियम के तौर पर कहा जाए तो लिंग टेढ़ा ही होता है। उसके मुड़ने की दिशा जो भी हो, लिंग का झुकाव 45 डिग्री से अधिक नहीं होना चाहिए अन्यथा सामान्य संभोग करने में समस्या आती है। शिथिल अवस्था में लिंग का साइज़ 5 से 9 सेमी तक होता है और खड़ी अवस्था में यह 12 सेमी या इससे लंबा हो सकता है। 8 सेमी से कम लंबाई वाले अंग को सूक्ष्म-लिंग या माइक्रोपेनिस कहा जाता है। 16-18 सेमी का लिंग बड़ा माना जाता है, और यदि लिंग इससे भी लंबा हो तो यह एक विशाल लिंग या जायंट पेनिस कहलाता है। खड़े हुए लिंग की औसत परिधि 3-4 सेमी होती है।
लिंग बड़ा करने के प्रोडक्ट्स
कई पुरुषों के लिए एक बड़ा लिंग ही सबसे बड़ा सपना होता है। जाहिर सी बात है कि एक बड़ा लिंग होने से मर्द महिलाओं के साथ ज़्यादा आत्मविश्वास महसूस करता है।
कई पुरुष अपने लिंग को बड़ा करने के सपने देखते हैं। सौभाग्य से ऐसे खास प्रोडक्ट्स और उपकरणों की कोई कमी नहीं जो पुरुष जननांग को बड़ा कर सकते हैं।
- लिंग बड़ा करने के लिए क्रीमें। ये असरदार होती हैं क्योंकि इनमें ऐसे पदार्थ मिलाए जाते हैं जो रक्त प्रवाह बेहतर करके कोशिका स्तर पर उत्तकों की बढ़त करते हैं।
- लिंग बड़ा करने की दवाइयाँ। ये ऐसी हॉरमोनल दवाएँ होती हैं जिनसे पुरुष सेक्स हॉरमोन्स की मात्रा बढ़ाई जाती है। इन दवाओं को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी होता है।
- एक्सटेंडर: यह लिंग लंबा करने का एक उपकरण है। यह लिंग के उत्तकों को खींच कर उसे बड़ा करता है, जिससे कैवर्नस निकायों की खाली जगहों का आकार बढ़ जाता है। एक्सटेंडर से लिंग के ज़्यादा टेढ़ेपन को भी ठीक किया जा सकता है।
- वजन। इनके काम करने का सिद्धांत एक्सटेंडर की ही तरह है लेकिन ये उपकरण आम तौर पर ज़्यादा बड़े और उपयोग में कम सुविधाजनक होते हैं।
- वैक्यूम पंप। इसे सेक्स के तुरंत पहले इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। वैक्यूम से लिंग की ओर रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है जिससे उत्तक खिंच जाते हैं। इसके असर को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए कुछ उत्पादक खास इरेक्टाइल रिंग की भी सलाह देते हैं।
- बायोरिज़ोनेंस थेरेपी डिवाइस: एक खास आवृत्ति की विद्युत-चुम्बकीय किरणें मानव शरीर के उत्तकों पर लाभकारी प्रभाव डालती हैं। इनसे रक्त प्रवाह बेहतर हो कर कोशिका स्तर पर मैटाबॉलिक प्रक्रियाएँ तेज हो जाती हैं। यही नहीं, इनसे उत्तकों में दवाएँ बेहतर तरीके से पहुँचती हैं और स्तंभन संबंधी विकारों और जननांगों के दाह आदि को ठीक करने में मदद मिलती है जिससे लिंग बड़ा होता है।
- व्यायाम। इनमें मालिश और ऐसे शारीरिक व्यायाम शामिल हैं जिनसे उत्तकों को खींचा जाता है और पेलविस की सतह की माँसपेशियों को मजबूत किया जाता है। व्यायाम से जननांगों और संबन्धित अंगों में रक्त प्रवाह बेहतर हो जाता है। उत्तकों में मैटाबॉलिक प्रक्रियाओं के उत्प्रेरित होने से लिंग का लंबाई और मोटाई बढ़ जाता है।
सबसे अच्छे नतीजे पाने के लिए एक साथ कई तरीके इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
क्या लिंग लंबा करना उचित है?
विज्ञान थमता नहीं है। छोटे लिंग की नाजुक समस्या के लिए कई नए हल दिन ब दिन सामने आ रहे हैं। इन तरीकों के प्रभावशीलता की ध्यानपूर्वक पुष्टि तो की जा रही है लेकिन दुर्भाग्य से अधिकतर प्रोडक्ट्स अपने दावा किए हुए प्रभाव को दर्शाने में विफल रहते हैं, खासकर तब जब उन्हें अकेले इस्तेमाल किया जाए। लिंग का आकार बढ़ाना संभव तो है लेकिन यह केवल तभी होगा जब आप एक साथ विभिन्न तरीकों का उपयोग करेंगे। नतीजे भी दावा किए अनुसार 5-7 सेमी बढ़त से विभिन्न हो सकते हैं।
लिंग में वसा या माँसपेशी उत्तक नहीं होते जिससे उनका आकार आसानी से बदला जा सके। इसलिए आप जिस तरह नियमित जिम जाकर अपने हाथों या पैरों की मसल बढ़ा लेते हैं, लिंग के साथ ऐसा नहीं होता।
किसी भी तरह के प्रोडक्ट या दवाई का प्रयोग करने से पहले किसी डॉक्टर से सलाह जरूर लें और अपनी जाँच करवा कर यह सुनिश्चित कर लें कि आपके लिए ये प्रतिबंधित तो नहीं हैं।
लिंग लंबा करने के अनुचित प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से गंभीर चोट लगने का खतरा होता है। इसलिए यह बेहद जरूरी होता है कि आप अपनी चुनी हुई दवा या तरीके का इस्तेमाल करते समय अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार चलें।
लिंग लंबा करने के लिए ऑपरेशन भी एक प्रमाणित तरीका है। लिंग लंबा और मोटा करने के लिए दो बिल्कुल अलग तरह के ऑपरेशन किए जाते हैं। ऑपरेशन के बाद होने वाली समस्याओं को कम करके न आँकें। ऑपरेशन करवाने के पहले अच्छे से विचार कर लेना चाहिए।
सारांश यह है कि लंबे लिंग की आवश्यकता आपकी इच्छा पर निर्भर करती है। इसे याद रखें और अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखें।
Mera ling chota aur patla hai aur virya bhi jaldi nikal jata hai.please help me
Ling chota aur patla hai stemna bhi kam hai