क्या लिंग वृद्धि का दावा करने वाले उपचार काम करते हैं?
क्योंकि एक बड़े लिंग की इच्छा मर्दों के लिए व्यस्तता और चिंता दोनों का ही विषय है, इन्ही कारणों के चलते लिंग वृद्धि “बाजार” में ख़ास इजाफ़ा हुआ है. तो सारे विकल्प कौन-कौन से हैं? कौन से विकल्प काम करते हैं और कौन विकल्प काम नहीं करते हैं?
लिंग वृद्धि पर सैकड़ों विज्ञापन और लेख मौज़ूद हैं, शायद जिसका परिणाम आपके ईमेल बॉक्स को भुगतना पड़ता है. ये लेख आश्चर्यजनक, “अविश्वसनीय” परिणामों के बारे में बात करते हैं जिन्हें हासिल किया जा सकता है, लेकिन इनमे केवल शब्द ही सही होता वह है “अविश्वसनीय”. अपना पैसा बचाएं. वर्तमान समय में बाजार में ऐसा कुछ भी नहीं है जो कि लिंग के आकार को स्थायी रूप से बढ़ा सके.
लिंग वृद्धि के लिए वैक्यूम डिवाइस
वैक्यूम उपकरणों की अक्सर नपुंसकता के इलाज में अनुशंसा की जाती है और लिंग वृद्धि के लिए भी इनको विज्ञापित किया जाता है, क्योंकि एक ख़ास समय में लिंग के आकार में वृद्धि होती भी है.
वैक्यूम पंप को लिंग पर लगाया जाता और फिर ट्यूब से हवा को निकाला जाता है, जिससे लिंग पर दबाव पड़ता है. नतीजतन, लिंग में रक्त तेजी से जाने लगता है और लिंग कड़ा हो जाता है. उसके बाद रक्त को लिंग में बनाए रखने के लिए अस्थायी रूप से लिंग के आधार पर एक रिंग को लगा दिया जाता है जिससे रक्त बहुत जल्दी से नहीं निकलता है. लिंग के आकार की वृद्धि केवल २४ घंटों तक चलती है.
इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं. रक्त वाहिकायें फट सकती हैं, जिससे सूजन और दर्द होता है. यदि आप कड़ेपन की समस्या के लिए वैक्यूम डिवाइस का प्रयोग करना चाहते हैं, या आपको लगता है कि यह एक सुखद अहसास हो सकता है. ऐसे में आपको इससे संभावित खतरों से भी अवगत होना चाहिए और इस तथ्य को भी जानना चाहिए कि बाज़ार में उपलब्ध कुछ डिवाइस खराब डिजाइन की भी होती हैं.
लिंग व्यायाम
चूंकि लिंग में मांसपेशियां नहीं होती हैं, इसलिए कोई अभ्यास या मालिश तकनीक इन्हें बड़ा (अल्पकालिक को छोड़कर) नहीं कर सकती हैं. पिनिस स्ट्रेच करना, या अपने लिंग से वजन लटकाना अंततः समय की बर्बादी (यह दर्दनाक भी हो सकता है) ही सिद्ध होगी है.
लिंग वृद्धि सर्जरी
एकमात्र सर्जरी ही लिंग के विस्तार में स्थायी समाधान प्रदान करती है. सर्जरी के माध्यम से, लिंग बढ़ा दिखाई देने लगता है, आमतौर पर केवल एक इंच से थोडा अधिक. सर्जन उन अस्थिबंधकों को काट देते हैं जो लिंग को अपनी सामान्य स्थिति में रखते हैं, जिससे लिंग लम्बा नज़र आने लगता है. वेट, या खीचने वाले उपकरणों का प्रयोग कुछ महीनों के लिए उपयोग किया जाता है जिससे आकार में स्थायी वृद्धि हो सके. इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप ऊतकों पर निशान पड़ सकते हैं, कड़ेपन में कमी आ सकती है, और लिंग के आधार पर अधिक बाल आ जायेंगे.
एक अन्य शल्य चिकित्सा तकनीक जिसे त्वचीय प्रत्यारोपण के रूप में जाना जाता है, उससे लिंग की मोटाई और लंबाई बढ़ सकती है. इस प्रक्रिया में शरीर के अन्य हिस्सों से वसा को लेकर लिंग पर प्रत्यारोपित किया जाता है. चूंकि लिंग के सिर के आकार में वृद्धि नहीं की जा सकती है, जिसके चलते लिंग असामान्य आकार का नज़र आने लगता है. और कभी-कभी अलग से चढाई गयी कोशिकाओं से लिंग में उभार आ जाता है और लिंग का चिकनापन खत्म हो जाता है. कई मूत्र विज्ञानी इस प्रकार की सर्जरी तब तक नहीं करेंगे जब तक कि इसके पीछे अच्छे चिकित्सीय कारण मौज़ूद न हों.
ऑपरेशन के बाद की जटिलतायें और लिंग वृद्धि
सर्जरी के किसी भी रूप में, मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दोनों ही संभावित जोखिम होते हैं. लिंग वृद्धि करने वाली सर्जरी के परिणाम हर कोई संतुष्ट नहीं होता है. यह आंशिक रूप से ही लाभप्रद होता है वहीँ लोग उम्मीद करते हैं कि ऐसी प्रक्रियाओं से वे एकदम ठीक हो जायेंगे, या इससे उनकी समस्या से जड़ से खत्म हो जाएगी – लेकिन उनकी ऐसी इच्छाएं कभी भी पूरी नहीं होती हैं.
किसी भी शल्य चिकित्सा के दौरान, चीजें गलत हो सकती हैं, यद्यपि इनकी संभावना बहुत ही कम होती है. इनमें ऑपरेशन के बाद संक्रमण, आस-पास के ऊतकों और तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचना, या फिर एनेस्थीसिया के संभावित साइड इफेक्ट्स भी शामिल होते हैं.
इससे होने वाली चिंता बड़े लिंग की खुशी या कल्पना से आपको वंचित रख सकती है. ज्यादातर लोग यह जानकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं कि औसत खड़े हुए लिंग का आकार५.६ इंच होता है, और वे “सामान्य” सीमा के भीतर आते हैं. अधिकांश लोगों के मामले में लिंग वृद्धि सर्जरी की अनुशंसा केवल उन मरीजों के लिए ही की जाती है जिनके लिंग की विकृतियां या कार्य क्षमता असामान्य होती हैं.